
महामृत्युंजय मंत्र का रहस्य और इसका आध्यात्मिक प्रभाव
Published on April 15 2025 • 18 min read
महामृत्युंजय मंत्र संस्कृत में और उसका अर्थ
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ | अर्थ: हम भगवान शिव, त्रिनेत्रधारी देवता की उपासना करते हैं, जो सभी प्राणियों का पालन-पोषण करते हैं। जिस प्रकार एक पकता हुआ फल डाली से स्वतः अलग हो जाता है, उसी प्रकार वे हमें मृत्यु के बंधन से मुक्त करें और अमरत्व प्रदान करें।
महामृत्युंजय मंत्र का आध्यात्मिक महत्व
महामृत्युंजय मंत्र ऋग्वेद, यजुर्वेद और अथर्ववेद में वर्णित है और इसे 'महान मृत्यु विजयी मंत्र' कहा जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव ने यह मंत्र ऋषि मार्कंडेय को दिया था ताकि वे यमराज से बच सकें। इस मंत्र के जाप से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप क्यों करना चाहिए?
यह भय और चिंता को दूर करता है, स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, काल सर्प दोष को शांत करता है, नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है और आध्यात्मिक उन्नति में सहायता करता है।
महामृत्युंजय मंत्र के वैज्ञानिक लाभ
इसका जाप तनाव को कम करता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, रक्तचाप को नियंत्रित करता है, एकाग्रता को बढ़ाता है और आज्ञा (तीसरा नेत्र) एवं सहस्रार चक्र को सक्रिय करता है।
महामृत्युंजय मंत्र से काल सर्प दोष का निवारण कैसे करें?
काल सर्प दोष तब बनता है जब सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं, जिससे जीवन में बाधाएं और दुर्भाग्य आता है। इस मंत्र के जाप से इस दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है, बुरे कर्मों का शमन होता है और जीवन में शांति और समृद्धि लौटती है।
महामृत्युंजय मंत्र का सही जाप कैसे करें?
सर्वश्रेष्ठ समय: ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 बजे - 6 बजे) या प्रदोष काल | संख्या: रुद्राक्ष माला से 108 बार जाप करें | आसन: पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके ध्यान मुद्रा में बैठें | पूजा सामग्री: घी का दीपक जलाएं और भगवान शिव को बिल्वपत्र अर्पित करें | जाप स्थल: शिव मंदिर, विशेष रूप से उज्जैन में, मंत्र के प्रभाव को बढ़ाता है।
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में महामृत्युंजय मंत्र जाप क्यों विशेष है?
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में महामृत्युंजय मंत्र का जाप अत्यधिक प्रभावशाली माना जाता है। हजारों भक्त यहां विशेष अनुष्ठान कराकर ग्रह दोषों और नकारात्मक ऊर्जाओं से मुक्ति पाते हैं। भगवान महाकाल की उपस्थिति से इस मंत्र का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
दीपक गौतम के अनुसार महामृत्युंजय मंत्र के लाभ
दीपक गौतम के अनुसार, इस मंत्र का जाप उपचार से पहले करने से स्वास्थ्य लाभ होता है, सोने से पहले इसका उच्चारण नकारात्मक विचारों को दूर करता है, और 1,25,000 बार जाप जीवन की प्रमुख बाधाओं को समाप्त करने में सहायक होता है।
निष्कर्ष
महामृत्युंजय मंत्र केवल एक जाप नहीं, बल्कि एक दिव्य शक्ति है जो स्वास्थ्य, सुरक्षा और आध्यात्मिक जागरण प्रदान करता है। यदि आप काल सर्प दोष से पीड़ित हैं या दिव्य कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस मंत्र का नित्य जाप करें और उज्जैन जैसे पवित्र स्थलों पर इसका अभ्यास करें। ॐ नमः शिवाय!