
मंगल दोष: प्रभाव, उपाय और समाधान
Published on April 14 2025 • 12 min read
परिचय: मंगल दोष क्या है?
मंगल दोष, जिसे मांगलिक दोष भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय स्थिति है जो तब उत्पन्न होती है जब मंगल ग्रह जन्म कुंडली में अशुभ स्थान पर स्थित होता है। यह दोष मुख्य रूप से 1, 2, 4, 7, 8, या 12वें भाव में मंगल की स्थिति के कारण बनता है। मंगल के अशुभ प्रभाव से विवाह में विलंब, वैवाहिक जीवन में कलह, आर्थिक अस्थिरता और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ हो सकती हैं।
मंगल दोष के प्रभाव
मंगल दोष से प्रभावित व्यक्ति को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है:
- विवाह में देरी: मांगलिक व्यक्ति को विवाह में देरी हो सकती है, या विवाह के बाद रिश्ते में समस्याएं आ सकती हैं।
- करियर में बाधाएँ: मंगल दोष के कारण कार्यक्षेत्र में अस्थिरता और संघर्ष की स्थिति बन सकती है।
- आर्थिक अस्थिरता: अचानक आर्थिक हानि या धन-संबंधी कठिनाइयाँ सामने आ सकती हैं।
- स्वास्थ्य समस्याएं: सिरदर्द, रक्तचाप की समस्या, दुर्घटना या चोट लगने की संभावना अधिक होती है।
मंगल दोष निवारण के उपाय
मंगल दोष को शांत करने के लिए विभिन्न ज्योतिषीय उपाय अपनाए जा सकते हैं:
1. उचित रुद्राक्ष धारण करें
- मंगल दोष निवारण के लिए 3 मुखी रुद्राक्ष सबसे प्रभावी माना जाता है।
- यदि मंगल अधिक अशुभ हो तो 6 मुखी रुद्राक्ष भी लाभकारी हो सकता है।
- राहु-केतु दोष से प्रभावित व्यक्तियों के लिए 9 मुखी और 11 मुखी रुद्राक्ष भी फायदेमंद होते हैं।
2. मंगल दोष पूजा
- विशेष मंगल दोष शांति पूजा करानी चाहिए।
- मंगल बीज मंत्र का जाप एवं हनुमान चालीसा का पाठ करना लाभदायक होता है।
3. मंगलवार का उपवास
- मंगल ग्रह को शांत करने के लिए मंगलवार का व्रत रखें और लाल वस्त्र धारण करें।
4. मंगल ग्रह मंत्रों का जाप
- “ॐ अं अंगारकाय नमः”
- “ॐ मंगलाय नमः”
- हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी मंगल दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
5. कुंभ विवाह (वृक्ष विवाह या विष्णु विवाह)
- यदि कुंडली में गंभीर मंगल दोष हो तो विवाह से पहले कुंभ विवाह करवाना लाभदायक होता है।
विशेषज्ञ से परामर्श लें
ज्योतिषीय विशेषज्ञ दीपक गौतम जैसे अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लेकर व्यक्तिगत कुंडली विश्लेषण करवाएं। उनकी सलाह से सही रुद्राक्ष, पूजा विधि और अन्य उपायों की जानकारी प्राप्त करें।
निष्कर्ष
मंगल दोष कोई अजेय बाधा नहीं है। सही ज्योतिषीय मार्गदर्शन, रुद्राक्ष धारण, वैदिक पूजा और मंत्र जाप द्वारा इसके नकारात्मक प्रभावों को समाप्त किया जा सकता है। यदि आप मंगल दोष, राहु-केतु दोष, या काल सर्प दोष से परेशान हैं, तो अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेकर सही समाधान अपनाएं और अपने जीवन को मंगलमय बनाएं।